Lok Sabha

April 2, 2025

LS MP Sayani Ghosh’s speech on imposition of President’s Rule in Manipur on 13th Feb, 2025

LS MP Sayani Ghosh’s speech on imposition of President’s Rule in Manipur on 13th Feb, 2025

अध्यक्ष महोदय, िन्यि द, आपनेमझुेबोलनेक मौक वदय है। आज सदन मेंबहुत शेरबोलेज रहेथे, तो मैंभी एक शेर के स थ अपनीब त शरूु करन च हतीह ं। “तेर इंतज़ र करगेंेहम, च हेज़म नेलग ज ए,ं य तो तूआ ज ए, य हम ही विक नेलग ज ए।ं” सर, यह शेर मझुेअच्छेवदनों की य द वदल त है। उन वदनों की य द वदल त है, वजनक ि द थ , इस सरक र की नेकी क जो इर द थ । जो इर देिर्ा2014 मेंक िीबलुंद थे, लेवकन िर्ा 2024 केआते-आतेइनकी नीवतयों मेंकुछ थोड़े-बहुत घमंड थे। इस घमंड के चलतेपूिा मेंनोटबंदी और लॉकड उन जैसी घटन एं घटीं, वजनकी िजह से 700 सेअविक वकस नों की मौत हुई। वजसके चलतेमविपरुपर प्रेसीडेंट्स रूल तो ल गूवकय गय , लेवकन बस यही बोलन थ वक 22 महीनेलग गए और कई लोगों की ज नेंचली गई।ं सर, मैंनेपहलेभी यह चच ाकी थी that President’s Rule was the only solution, and why it was not imposed months ago when people were dying. जब हज रों की त द द मेंलोग बेघर हो रहेथे, च रों तरि आग जल रही थी, जब मवहल ओंको वनिस्त्र करकेर स्ते पर घसीट ज रह थ , जब वसिा भ रत ही नहीं, बवल्क पूर विश्व मविपरु की चच ाऔर वनंद , दोनों कर रह थ , तब आप कह ं थे? Sir, this delay in imposing the President’s Rule proves that the BJP leadership neither had the will nor the competence to handle the Manipur crisis, and the administration watched quietly as ethnic tensions spiralled out of control. सर, मैंज्य द वडटेल मेंनहीं ज ऊंगी, क्योंवक हमनेपहलेभी चच ाकीहै। आज लगभग सबुह 2:15 बजेहम मविपरु पर आलोचन कर रहेहैं। इतनी इम्पॉटेंस अगर पहलेदी होती, तो श यद इसकी नौबत ही नहीं आती। This is what I think. सर, यह शवमिंदगी की ब त हैवक आज भ रत के एक र ज्य मेंप्रेसीडेंट्स रूल है, यह भी शवमिंदगी की ब त हैवक 140 करोड़ की आब दी में80 करोड़ लोगों को मफ्ुत मेंर शन वदय ज त है। आज ल खों नौजि न ह, ैंजोबेक रबैिेहैं। एक-दोपरसेंट ऐसेलोगहैं, जो वसिा टैक्स-पेयबल की क्र इटेररय मेंआतेहैंऔर बीजेपी है, जो ‘सब चंग सी’ क कुत ा-प यज म पहनकर घूमती रहतीहै। यह वदख नेके वलए अच्छी ब त ह, ैलेवकन ग्र उंड ररएवलटी कुछ अलग ही है। सर, िर्ा2023 मेंटॉप10 िीपीएन की ररपोटाकेअनुस र में212 वदन सेऊपर इंटरनेट शट ड उन वकय गय थ , which comes to a total of 5,088 hours, marking it the second highest after Jammu & Kashmir. This led to huge economic loss in Manipur, approximately Rs. 3,157 crore. The economic blockade in Manipur affecting the two main National Highways lasted for 66 days with rough estimates of loss of around Rs. 250 crore per day, which is a whooping Rs. 17,000 crore in over two months. Over 67,000 people were forced to leave their homes and they cramped up in only 360 relief camps. Nearly 12,000 people fled to Mizoram and approximately 7,000 people sought refuge in Nagaland, Assam, and Meghalaya. Over 1,700 people have taken refuge in Cachar district as of June 2024. सर, येसब तो रवजस्टडाऑविवशयल विगसाहैं, न ज नेअनरवजस्टडा, अनऑविवशयल वकतनेबेघर लोग होंगे, जो दूसरों के घरों मेंरह रहेहैं, श यद दूसरेर ज्य मेंरह रहेहैं, दूसरेदेशों में रह रहेहैं। यह इसीवलए हुआ है, क्योंवक मविपरु की सरक र, डबल इंजन सरक र ने, उनकी मंश यह नहीं थी वक िह ाँकेलोगों को शरूु सेप्रोटेक्शन वदय ज ए, वक उनको शरूु सेररलीि वदय ज ए, अगर ऐस होत तो22 महीनों सेइन्होंनेमविपरु को जलनेन वदय होत । सर, मैंदो वमनट मेंअपनी ब त खत्म करूाँगी। They want to move the Resolution, of course, we have to be with them. लेवकन एक अप्रैल 2025 मतलब एक वदन पहले वमवनस्री ऑि होम अिेयसानेऑम्डािोसेज स्पेशल प िसाएक्ट को6 महीनेक एक्सटेंशन देकर मविपरु, अरुि चल प्रदेश और न ग लैंड मेंइिेवक्टि कर वदय है। इससेसमझ मेंआत हैवक law and order in Manipur has seriously deteriorated. आज भी बीजेपी ि लेबोल रहेथेवक 1960 सेहज रों ररफ्यूजीज मविपरु मेंघसु कर बैिेहैं। 2001 क सेंसस ररव्यूकरन हैऔर डीवलवमटेशन सेपहलेएनआरसी ल न है, मतलब आपको कुछ सिु रन नहीं हे, आपको बस और वबग ड़न है, वबग ड़न है। वजस तरह असम मेंएनआरसी के न म पर इस सरक र ने1500 करोड़ रुपयेसेऊपर िूाँक वदए और करीबन 19 ल ख लोगों क अवस्तत्ि संकट मेंड ल वदय , अब िही हरकत दोब र मविपरु के लोगों के स थ दोहर न च हतेहैं। महोदय, अंत में, मैंमविपरुके भ ई और बहनों की तरि सेबस इतन कहन च हती ह ाँवक “वजंदगी यूाँही गजु री ज रही है, जैसेकोई जंग ह री ज रही है, वजस जगह पहलेके जख्मों के वनश ंहैं, विर िहीं पर चोट म री ज रही है, विर िहीं पर चोट म री ज रही है।” इसवलए आपके म ध्यम सेइस सरक र सेमेरी यही अपेक्ष रहेगी वक मविपरु केह ल त में सिु र ल ए, ि त िरि मेंसतं लु न ल ए, पहलेअपनेदशे केलोगों को वमत्रबन ए, ं विर ज कर विश्वबन्िु कहल य ज ए। The Home Minister and the Prime Minister should work overtime and step outside their comfort zone to address the needs of the people and restore normalcy at the earliest in Manipur.