Rajya Sabha

December 16, 2025

Prakash Chik Baraik’s speech on The Appropriation (No. 4) Bill, 2025

Prakash Chik Baraik’s speech on The Appropriation (No. 4) Bill, 2025

महादय, मुझ बालन का अवसर दन क लिए आपका धन्यवाद। महोदय, मैं अपनी पार्टी ऑल इंडिया तृणमूल काँग्रेस की ओर से यह बताना चाहता हूँ कि इस सरकार की अनुपूरक अनुदान की माँग किस प्रकार की हैं, यह माँ के साथ * माटी के साथ अन्याय और मनुष्य को अधिकारों से वंचित करने वाली हैं। महोदय, मैं “माँ” शब्द से शुरुआत करना चाहता हूँ। गृह मंत्रालय को 2,600 करोड़ रुपये मिले, जिनमें से 400 करोड़ रुपये पुलिस को दिए गए। लेकिन इसका लाभ क्या है? जो दिल्ली पुलिस देश की राजधानी एवं महिलाओं को सुरक्षा दे नहीं पा रही है, उसे 400 करोड़ रुपये देने से क्या हासिल हुआ? सभी राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में अपराध दर सबसे अधिक है। .. मैं माटी की बात कहता हूं, माटी हमारी पहचान है, माटी हमारी संस्कृति है, हमारी जीविका है।…. हम अपनी संस्कृति, भाषा, परंपरा के आधार पर … बंगला बोलने का मतलब, बांग्लादेशी नहीं है। *” If we speak in Bengali, we are getting branded as Bangladeshi.” बंगलादेशी तब कहां थे? लेकिन हमें अपनी भाषा के प्रति प्रेम है। अपनी संस्कृति के प्रति प्रेम है। अपना भोजन भी हमें अत्यंत प्रिय है। दुनिया भर के लोग बंगाल घूमने के लिए आते हैं। वास्तविक तौर पर पिछले वर्ष 31 लाख से अधिक विदेशी पर्यटक बंगाल आए, जिसके कारण विदेशी पर्यटकों की आगमन की सूची में बंगाल दूसरे स्थान पर है। महोदय, अंततः मैं मनुष्य की बात कहना चाहता हूं .. सुरक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सुरक्षा की आवश्यकता है, तो बंगाल इन सभी की गारंटी देती है। .. .. बंगाल स्वास्थ्य साथी योजना में सर्वप्रथम है। यह यूनिवर्सल स्कीम बंगाल की है, जिसका 100 परसेंट राज्य सरकार देती है। सर, मैं बोल रहा हूं। … 2.4 करोड़ से अधिक परिवार 2,800 से अधिक अस्पताल पंजीकृत किए गए हैं। 1 करोड़ से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हुए, जिसका 99 परसेंट दावों का निपटारा भी किया गया। .. केंद्र सरकार इसी को कम्पेयर करके आयुष्मान भारत योजना लाई है, लेकिन आयुष्मान भारत योजना, इसकी डुप्लीकेट होने के बावजूद एक ही मोबाइल नंबर के साथ 10 लाख पंजीकृत किए। इसके बावजूद हमारे स्वास्थ्य योजना की तुलना में आयुष्मान भारत योजना कुछ भी नहीं है। सर, मैं बोलना चाहता हूं कि केंद्र सरकार बंगाल की प्रगति को अलग तरीके से पुरस्कृत करती है। 2022 से 100 दिन का पैसा 52 करोड़ लटकाया गया। ऑनरेबल सुप्रीम कोर्ट एवं हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद यह पैसा नहीं मिला। प्रधान मंत्री आवास का योजना का पैसा 25,000 करोड़ अटकाया। … प्रकृति आपदा का पैसा 43,000 करोड़ अटकाया। कुल मिलाकर पश्चिम बंगाल का 2 लाख करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने अटकाया है। केंद्र को इस पर ध्यान देना है। … हमारी नेता ममता दीदी के अगुवाई में हम लोग डिमांड कर रहे हैं। बंगाल कोई एहसान नहीं मांग रहा है। बंगाल रास्ता दिखा रहा है – सुरक्षित शहरों का, महिलाओं की सुरक्षा का, उद्यमियों का, विश्व स्तरीय पर्यटन का, लोगों की …..मनुष्य को वंचित करे। फिर भी हम आगे बढ़ेंगे। वंदे मातरम ! जय हिंद ! जय बांग्ला !