Rajya Sabha

December 5, 2025

Rajya Sabha MP Prakash Chik Baraik’s Zero Hour mention on the lack of any initiative by the Ministry of Railways, despite assurances, to construct railway overbridges in Alipurduar district

Rajya Sabha MP Prakash Chik Baraik’s Zero Hour mention on the lack of any initiative by the Ministry of Railways, despite assurances, to construct railway overbridges in Alipurduar district

चेयरमैन सर, आज मैं अपनी पार्टी, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की ओर से अपने क्षेत्र और जिले के एक विशेष मुद्दे को उठाने के लिए यहाँ खड़ा हुआ हूँ।
सर, मैंने 2024 के विंटर सेशन में भी जीरो ऑवर में दिए गए अपने वक्तव्य में इस विषय पर बोला था। तब मैंने अपने वक्तव्य में अलीपुरद्वार जिले के मदारीहाट विधान सभा के बीरपाड़ा-दलगाँव रेलवे स्टेशन एवं अलीपुरद्वार जिले के कुमारग्राम विधान सभा के कामाख्यागुड़ी रेलवे स्टेशन पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने की प्रक्रिया शुरू करने के बारे में बोला था। इस संबंध में मुझे रेलवे डिपार्टमेंट से रिप्लाई भी मिला, लेकिन अभी तक वहाँ पर काम शुरू नहीं हुआ है। चेयरमैन सर, यह कार्य बहुत ही अनिवार्य है, क्योंकि रेलवे क्रॉसिंग के बाद वहाँ पर अस्पताल, कॉलेज, स्कूल एवं मार्केट हैं तथा वहाँ यातायात की समस्या भी मैक्सिमम होती है। वहाँ पर ऐसी बहुत-सी घटनाएँ हो चुकी हैं कि रेलवे फाटक क्रॉस न कर पाने के कारण कई पेशेंट्स की मृत्यु भी हो चुकी है। इससे कुमारग्राम विधान सभा के कामाख्यागुड़ी में कामाख्यागुड़ी वन, कामाख्यागुड़ी टू, वोल्का वन, वोल्का टू, खोटागन वन, खोटागन टू, भाटीवाड़ी से लेकर पारोकटा तक के अंचल प्रभावित होते हैं। इसके साथ बीरपाड़ा-1, बीरपाड़ा-2, सोहो, लंकापाड़ा एवं हंटापाड़ा, ये अंचल प्रभावित होते हैं। सभापति महोदय, माननीय मुख्यमंत्री सुश्री ममता दीदी के आशीर्वाद से जिला प्रशासन द्वारा रेलवे को एनओसी भी दी गई है, लेकिन यह कार्य पूरा न होने के कारण विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मैं आपके माध्यम से मंत्रालय से आग्रह करता हूं कि इस तरह की अवहेलना न की जाए। राज्य सरकार द्वारा जो भी प्रपोज़ल केंद्र सरकार को भेजा जाता है, विशेषकर पश्चिम बंगाल के लिए भेजा जाता है, उसमें हमारे साथ सौतेलेपन का व्यवहार किया जाता है। एक तरफ एक नीति है – माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह निर्णय दिया गया कि मनरेगा का पैसा गरीब मज़दूरों को पश्चिम बंगाल में दिया जाए। 52 हजार करोड़ रुपए जो पावना पैसा है, वह पैसा अभी तक हम लोगों को नहीं मिला है। मैं आपके माध्यम से इस डिमांड को पूरा करने के लिए रेल मंत्रालय से आग्रह करता हूं कि जल्द से जल्द यह कार्य शुरू कराया जाए। जय-हिंद। जय-बांग्ला।