July 24, 2024
Kirti Azad’s Zero Hour mention in Lok Sabha on the need for the immediate appointing of the chairpersons of national SC, ST, Backward Classes and Child Rights Commissions

माननीय सिापवत जी, एक बहुत महत्िपूणड विषय हैऔर संविधान सेजिुा हुआ ह, ैइसविए मैंइसेिेकर आपके सामनेआया ह ं। यहां माननीय मंत्री जी, जो प्रिार मेंजीरो आिर देख रहेह, ैंइसको सनुना आिश्यक है। माननीय सिापवत जी, कुछ संिैधावनक पद ऐसेहोतेहैं, वजनका सदैि बनेरहना बहुत आिश्यक होता है। संविधान मेंयेमैन्र्ेवटर् हैंिेवकन अब संविधान की धवज्जयां उि रही हैं। अनेक ऐसेकमीशन्स ह, ैंवजनकेअध्यक्ष नहींहैं। मैंविशेषकर चार जगह के नाम िेरहाह ंऔरइनसेसंबंवधत िेिोग हैंजो सामावजक रूप सेवपछिेहुए हैं। There is persistent neglect and disregard for constitutional mandate and support system for socially-disadvantaged section. इनके नाम हैं- National Commission for Scheduled Tribes, National Commission for Scheduled Castes, National Commission for Backward Classes, National Commission for Protection of Child Rights. इनके अध्यक्ष अब नहीं हैंजबवक येपद सदैि िरेहोनेचावहए क्योंवकियेवसविि कोटडका काम िी करतेहैं। िोग अपनी अिग-अिग वशकायतेंिेकर आतेहैंऔर इन विषयों की जांच होती है। येवसविि कोटडका काम करतेहैंवजससे तरुतं न्याय वमिता है। िेवकन “सबका साथ, सबका विकास”ििािी पाटी के िोग खदु कहतेहैं, जो हमारेसाथ ह, ैंउनका ही विकास होगा, बावकयों का नहीं होगा। आज ऐसी पररवस्थवत में, मैंसरकार सेजानना चाहता ह ं वकिइसका क्या कारण है? आप 400 पार पर संविधान बदिना चाहतेथे, क्या आप उसकी खीज उतार रहेह?ि…ि( ैं व्यिधान) आपनेशैर््यूल्र् राइब्स, शैर््यूल्र् कास्ट और बैकिर्डक्िास के अध्यक्ष नहीं बनाए ह? ैं इसका क्या कारण है?ि…ि(व्यिधान) सरकार के मंत्री जी को यहांबैठकर जिाब देना चावहए। … : आपनेवजस प्रकार सेपूरेदेश मेंवढंढोरा पीटा था, एससी- एसटी, ओबीसी, प्रोटेक्शन फॉर चाइल्र् एक्ट कहांहै? यहां तक वक एससीएसटी केिाइस चेयरमैन िी नहीं हैं। जानबूझकर एससी-एसटी, ओबीसी, चाइल्र् प्रोटेक्शन के वजतनेिोग हैं, येकायड नहीं करना चाहते, क्योंवक येचाहतेहैंवक संविधान मेंबदिाि आए और ऐसेिोगों को, जो सामावजक रूप सेवपछिेह, ैंउनको न्याय नहीं वमिे। अत: मैंकहना चाह ंगा वक जो िी यहां प्रिारी मंत्री बैठेहैं, िह जिाब देंवक जो ररक्त जगह हैं, उसको िरगेंेऔर संविधान को बदिनेका इन्होंनेवदमाग मेंजो वफतूर रखा है, उसेहटाएगं े। …ि यह कमीशन तरुतं शरूु होनेचावहए। धन्यिाद।