February 9, 2024
Saugata Roy’s speech during a discussion, initiated under a substitute motion brought under Rule 342, on the government’s white paper on the economy

सभापति जी, तित्त मंत्री जी नेबहुि लम्बे-चौड़ेभाषण िाइट पेपर और आतथिक तथथति पर तिए। मेरेख् याल सेतित्त मंत्री जी को सबसेपहलेतिमोनेटाइजेशन के तलए सारेिेश सेमाफी मांगनी चातहए थी। इिना बड़ा थकैम इतिहास मेंकभी नहीं हुआ। इन लोगों द्वारा कहा गया था तक सारा काला धन िापस आ जाएगा। तिमोनेटाइजेशन सेपहले16 लाख करोड़ रुपयेकैश तसथटम मेंथा और तिमोनेटाइजेशन के बाि 16 लाख करोड़ रुपया िापस आ गया। यह रुपया कहां सेआया? आप कहिेथेतक पातकथिान सेटेररेरथट फं तिंग आिी है, हम इसेबंि करगेंे, लतकन े ऐसा नहीं हुआ। 150 लोग बैंकों की लाइन मेंखड़ेहोकर मर गए, लेतकन इसके तलए सरकार की िरफ सेकोई माफी नहीं मांगी गई और येलोग यहां बड़े-बड़ेभाषण िेरहेहैं। येकह रहेहैंतक ये भ्रष्टाचार के तखलाफ हैं। क्या मैंपूछ सकिा ह ं तक नीरि मोिी कहां ह? ै मेहुल चौकसी कहां है? तिजय माल्या कहां है? आपके पास कानून है, for fugitive economic offenders. जेटली जी जब तित्त मंत्री थे, िब िह लेकर आए थे। जेटली जी अब गजुर चकुेहैंऔर नीरि मोिी, मेहुल चौकसी, तिजय माल्या िेश मेंिापस नहीं आए। I do not say that corruption should be defended. You know that our Party was part of UPA from 2009-2012. When the coal scam came out, our Party decided that we quit the Government. In 2012, we quit the Government and we kept ourselves away, लेतकन हम चाहिे थे तक तिमोनेटाइजेशन का पूरा तहसाब हो। हम इसेफाइनेंस थटैंतिंग कमेटी मेंउठाए।ं उसकी ररपोटि पर आज बहुि बड़ेमेंबर नेबाि की, लेतकन उनको करनेनहीं िी। तिमोनेटाइजेशन की ररपोटि नहीं िी गई, जबतक उस समय िीरप्पा मोइली फाइनेंस कमेटी के चेयरमैन थ।े सर, मैंयह नहीं बिाना चाहिा तक यूपीए मेंसब ठीक था, लेतकन यूपीए नेगरीब लोगों के तलए महात्मा गांधी एनआरईजीए तकया था। यति आपनेअपनेसमय मेंगरीबों के तलए एक भी बड़ा किम उठाया हैिो तिखाइए। यूपीए फ्री फूि िेनेके तलए नेशनल फूि तसक्योररटी एक्ट (एनएफएसए) लेकर आई थी। यूपीए फॉरथे ट राइट एक्ट और राइट टूइंफॉमेशन एक्ट लाई थी। यूपीए िषि 2006 मेंआधार लेकर आई थी। िषि 2008 मेंजब सारी ितुनया में आतथिक संकट था, िब हमारेबैंतकंग तसथटम नेयूपीए के समय मेंउसका मकुाबला तकया। आज हम यह कहिेहैंतक इस सरकार मेंकोई नहीं हैजो येसब संभाल सकिेहों। इनके जमाने मेंइकोनॉतमक ररफॉमि बंि हो गया। यह सरकार केिल ईिी और सीबीआई का इथिेमाल करिी है। येकहिेहैंतक बड़े-बड़ेथकैम हुए हैं। मैंपूछना चाहिा ह ं तक क्या एक भी थकैम मेंकतविक्शन हुआ? िस साल हो गए, आप क्या कर रहेथे? केिल ईिी और सीबीआई सेतिरोतधयों पर रेि करािेरहे। आप एक भी आिमी को कतविक्शन नहीं कर पाए। क्या आप जानिेहैं? आप बैंतकंग केबारेमेंबोल रहेहैं। अगर रघरुाम राजन, िेररजििबैंक केगिनिर थे, उवहोंनेपहला एसेट क्िातलटी ररव्यूतकया था। अगर िेनहीं करिेिो बैंक िूब जािा। लेतकन, रघरुाम राजन को इन लोगों नेतटकनेनहीं तिया, क्योंतक िेएक नेक आिमी थे।िेआज भी हैं। अिानी के बारेमेंतहंिनबगि ररपोटि आई। उस ररपाटि पर सेबी को ररपोटि िेनी थी, लेतकन, इस सरकार सेतहंिनबगिररपोटिकेबारेमेंकोई राय नहीं आई। सर, येतिफेंस िील की बाि करिेहैं। इनके जमानेमेंराफेल को खरीिनेमेंक्या घोटाला हुआ? सरकार उसको क्यों नहीं सामनेलािी या बिािी है? सर, इवहोंनेशारिा तचटफंि केबारेमेंबोला है। मैंपूछना चाहिा ह ं, हम लोगों ने फाइनेंस कमेटी मेंइसकेबारेमेंचचािकी थी और हमनेकलेतक्टि इंिेथटमेंट की एक ररपोटिभी िी थी। शारिा तचटफंि का जो सबसेबड़ा बेतनतफशरीज था, िह आज … है।िह मोिी जी का घतनष्ठ है। … (व्यिधान) िहां भी कोई किम नहीं उठाया गया। आज िक एक भी आिमी कतविक्ट नहीं हुआ। इसतलए, मैंयह कहना चाहिा ह ं तक यह सरकार केिल ईिी और सीबीआई को लेकर सरकार चलािी है। मोिी जी के िो भाई ‘ईिी और सीबीआई’। येिोनों भाई को लेकर चलिे हैं। येिेश को आगेनहीं बढ़ा सकिेहैं। सर, येलोग फोन बैंतकंग की बाि करिेहैं। मैंएक एग्जाम्पल िेिा ह ं। अिानी जी को आथरेतलया मेंमाइन खरीिना था। जब मोिी जी आथरेतलया गयेिो अिानी भी उनके साथ गए। उस समय थटेट बैंक की जो मतहला चेयरमैन थीं, िेभी साथ मेंगई ंथीं, िातक अिानी आसानी सेकोल माइन खरीि सकें। कोल माइन खरीिनेके बारेमेंइनकी कोई जांच नहीं होगी। मैंिो कहिा ह ं तक यह सरकार िेश को आगेनहीं बढ़ा सकिी है। मैंनेिो पहलेभी बिाया है, इनके जमानेमेंलैटेथट इंफ्लेशन फीगर क्या है, retail inflation surged to 5.69 per cent in December. The CPI reading continues to cross the Reserve Bank of India’s upper tolerance medium-term target of 4 per cent within a band. महोदय, सब चीजों का दाम बढ़ रहा है, खासकर फूड और सब्जजयाां, जैसेप्याज इत्याब्द। येलोग इसको नहीं सांभाल पा रहेहैं। मैंइस ब्सलब्सलेमेंयह कहना चाहता ह ां ब्क इनके जमानेमेंररफॉर्मससबांद हो गए हैं। इस सरकार मेंऐसा कोई नहीं है, जो यह बता सके ब्क वर्स2034 या 2044 मेंआब्थसक ढाांचा कैसा होना चाब्हए। इस सरकार मेंएक भी वर्लडसक्लॉस इकोनॉब्मस्ट नहीं हैं, जैसेडॉक्टर मनमोहन ब्सांह जी थे। ब्वत्त मांत्री जी तो इकोनॉब्मस्ट नहीं हैं, उनको जानकारी भी नहीं है। महोदय, इन्होंनेजीएसटी लागूब्कया था, but GST has disrupted existing trade structure. येइन्सॉर्लवेंसी एडां बैंक्रप्ट्सी कोड लाए थ, े but 20 per cent of bank loans are being recovered. येसरकार … है। इसमेंकाब्बल आदमी नहीं है, इसब्लए कुछ नहीं हो रहा है। महोदय, ब्वत्त मांत्री जी ने‘श्वेत पत्र’ मेंअब्नयांब्त्रत बेरोजगारी केबारेमेंकुछ नहीं बोला। उन्होंनेयह नहीं बताया ब्क 30,000 ब्कसानों और एग्रीकर्लचरल लेबसस नेखदुकुशी की है। उन्होंनेयह नहीं बताया ब्क वकसफोससमेंवूमेन का पाब्टसब्सपेशन काफी कम है। महोदय, मैंबताना चाहता ह ां ब्क इनके जमाने मेंIndia’s GDP grew at an average of 5.6 per cent. But India’s growth rate was higher from 2000 to 2010 at 6 per cent. Economists say India’s economy needs to grow at more than 6 per cent to 7 per cent. रघुराम राजन जी नेक्या बताया था? उन्होंने कहा था ब्क “India is poorest among the BRICS nations – Brazil, Russia, India, China and South Africa. It has also a larger distance to travel. Growth has to be set in perspective.” Sir, India’s unemployment is very high, compared to pre-pandemic levels. सीएमआई नेकहा ब्क 10 प्रब्तशत छूट गया और हमारेऐसेनौजवान हैं, ब्जनकी उम्र 15 से34 साल के बीच ह, ै उनमेंबेरोजगारी की दर 45.4 प्रब्तशत है। लेबर फोसस मेंवूमेन पाब्टसब्सपेशन ब्कतना है? अभी एक मब्हला ब्वत्त मांत्री हैं। India’s female labour force fell from 25 per cent to 24 per cent in 2022. And we are lower than regional neighbours like Bangladesh, Sri Lanka and Pakistan. India’s spending on research and development has fallen in the past decade. It is only 0.7 per cent of GDP, lower than BRICS, and far below the 5 per cent GDP spent by countries like South Korea and Israel. वर्लडसप्रेस फ्रीडम इांडेक्स मेंहम पूरी दब्ुनया में161वेंस्थान पर हैं। हमारा जो आब्थसक ढाांचा है, वह गरीबों के ब्लए नहीं है। उसमेंसमानता नहीं है। ब्वश्व बैंक नेह्मूमन कैब्पटल इांडेक्स जारी ब्कया है। It measures the country’s education and health outcomes. India’s score is 0.49, below Nepal and Kenya, both poorer countries. In 2019, less than half of India’s ten-year-old children could read a simple story, compared to 80 per cent of Chinese children and 96 per cent of Americans. महोदय, मैंयह बोलना चाहता ह ां। हाां, भारत मेंएक अपर ब्मब्डल क्लॉस ह, ै जो लोकल स्टॉक माकेट मेंजाता है, लेब्कन वह हमारी जनसांख्या का केवल तीन प्रब्तशत है। By comparison, 13 per cent Chinese and 55 per cent Americans have some investments. By far the biggest beneficiaries of India’s stock market are the political insiders. Best connected of all is Gautam Adani who has a long relationship with Modi. Billionaire families like … in State building. But they are not globally competitive. India has failed to capitalise on rising labour cost in China. Bangladesh was more entrepreneurial and has higher GDP per capita. यह हमारेपास मौका था। हमारेपास चाइना सेतबज़नेस छीननेका मौका था, लेतकन हम यह नहीं कर पाए ह।ैंतित्त मंत्री नेक्या भाषण तिया? हमारी आतथिक तथथति आगेक्यों नहीं बढ़ रही ह? ै हम चीन सेपीछेक्यों हैं? हम तिक्स कं रीज के पीछे क्यों ह? ैं हमारी ह्यूमैन कैतपटल इिनी खराब क्यों है? यह आपकोबोलना पड़ेगा। Extrapolating India’s current growth into the future is a fraught exercise. The country’s infrastructure still has many gaps in supporting a vibrant manufacturing sector. The education system is not equipping young people with the vocational skills needed for a modern economy. Job growth has been weak with little net employment in the manufacturing and service sectors. This will lead to risk of social instability. Only a few well-connected families have accounted for a significant share of growth. जो ग्रोथ होिी है, उसको कुछ फैतमलीज़ लेजािी हैं। चाइना के कंपेररजन मेंहमारी जो ग्रोथ होिी है, उसका बड़ा अंश येबड़ेलोग लेजािेहैं। यह जो बेरोजगारी है, जो असमानिा है, इसका कोई जिाब सरकार के पास नहीं है। सरकार के पास जिाब नहीं हैतक इवहोंने तिमोनेटाइजेशन क्यों तकया था? … चार-पांच राज्य एक राथिेपर उिरेहैं। उनमें ितमलनािु, केरल, कनािटक, बंगाल हैं। हमारे मुख्य मंत्री नेकल अनांउस तकया तक हर मतहला, तजनकी 25 से60 साल की उम्र ह, ै उनको एक हजार रुपयेमहीनेतमलेंगे। क्या मोिी सारेिेश मेंऐसा कर सकिेहैं? … हमेंमनरगे ा का पैसा नहीं तमला है। हम िाइट पेपर का तिरोध करिेहैंऔर हम कहिेहैंतक येिेश को गलि राथिेपर लेजा रहेहैं। धवयिाि।