Lok Sabha

February 6, 2024

Saugata Roy’s speech in during the discussion on The Jammu and Kashmir Local Bodies Laws (Amendment) Bill, 2024

Saugata Roy’s speech in during the discussion on The Jammu and Kashmir Local Bodies Laws (Amendment) Bill, 2024

महोदय, मैंजम्मू-कश्मीर पंचायती राज अवधवनयम, 1989, जम्मू- कश्मीर नगर पावलका अवधवनयम, 2000 और जम्मू-कश्मीर नगर वनगम अवधवनयम, 2000 का और संशोधन करनेिालेविधेयक पर बोलनेके वलए खड़ा हुआ ह ं। एक तो एनडीए की सरकार मेंलोकल बॉडीज़ मेंजो चनुाि होतेहैं, िह ठीक नहीं है। कल सप्रुीम कोटा नेकहा वक जैसेचंडीगि मेंचनुाि हुआ है, िह ‘शमा’‍की बात है। िहां अवधकारी को देखकर चनुाि मेंघोटाला वकया गया। आप लोगों को ‘शमा’‍आनी चावहए। माननीय जवस्टस चंद्रचूड़ जी नेऐसा बोला। महोदय, दूसरी बात यह हैवक जब भी मैंनेजम्मूऔर कश्मीर के वकसी मसलेपर इस हाउस मेंबोला है, तो मैंनेबार-बार बोला हैवक जम्मूऔर कश्मीर के लोगों को उनकी हालत पर छोड़ दो। िषा 2019 में अपनी मनमानी करके जम्मूऔर कश्मीर को एक अलग केन्द्रशावसत प्रदेश बना वदया, वफर लद्दाख को भी अलग केन्द्रशावसत प्रदेश बना वदया। आपकी जैसी इच्छा ह, ै वहन्दस्ुतान मेंयह पहली बार हैवक एक राज्य को केन्द्रशावसत प्रदेश बनाया गया है। इसके पहलेकेन्द्रशावसत प्रदेश को राज्य बनाया जाता था। आपनेयह जो वकया ह, ै गलत वकया है। इस सबके बारे मेंवबधूड़ी जी कुछ नहीं समझते हैं। महोदय, मैंबोलता रह ंगा। येवबधूड़ी जैसेलोग वडस्टबाकरगेंे, तो अच्छा नहीं होगा। महोदय, जैसा मैंनेकहा वक जम्मूऔर कश्मीर के लोगों को उनकी हालत पर छोड़ वदया जाए। मैंचाहता ह ं वक जम्मूऔर कश्मीर की असेंबली का चनुाि हो जाए। येहमारी मांग है। आप छोटा-मोटा कानून लातेहैं, इसको अंग्रेजी मेंवटंकररगं कहते हैं। मंत्री जी, आपको क्या हुआ? लगता हैवक आपको कोई समस्या है। आप क्यों वडस्टबाकर रहेह? महोदय, येवटंकररगं नहीं चलेगी। जम्मूऔर कश्मीर मेंप्रॉपर चनुाि कराया जाए। उसका स्टेटहुड िापस वदया जाए। उसकेबाद आप वजतनेकानून बनानेचाहते हैं, तो आपराज्य कोबोवलए, िेकरगेंे। सर, जो कानून लाए हैं, इसमेंदो-तीन चीजेंहैंवक पंचायत और पौर वनगम के अंदर बैकिडा क्लासेज के वलए ररज़िेशन लाया गया है। इसमेंकोई विरोध नहीं हो सकता है। आप इसको कीवजए, लेवकन मूलभूत सिाल को छोड़कर इन छोटे-मोटेसिालों पर मत फांवसए, वफर म्यवुनवसपेवलटी मेंओबीसी को संरक्षण वदया जाएगा। सर, तीसरी बात यह हैवक िहांपर कोई स्टेट इलेक्शन कमीशन का प्रािधान नहीं था। िहां चीफ इलेक्टोरल ऑवफसर हुआ करता था। अभी इस अमेंडमेंट सेएक स्टेट इलेक्शन कमीशन बन रहा है। िहां जो नीचेस्तर का चनुाि है, उससेपंचायत या पौर वनगम के चनुाि कराएगं े। उनको पािर क्या होगी, यह भी इस नए कानून मेंवदया गया हैवक राज्य मेंसब पंचायत और पौर वनगम का चनुाि स्टेट इलेक्शन कमीशन कराएगा। यह भी बताया गया हैवक पहलेस्टेट इलेक्टोरल ऑवफसर को लेवफ्टनेंट गिनार हटा सकतेथे, लेवकन अभी यह कानून बना हैवक हाई कोटाके जज को वजस ढंग सेहटाया जाता है, िैसेही स्टेट इलेक्शन कवमश्नर को हटाया जाएगा। इसमेंभी कोई आपवत्त की बात नहीं है। सभी स्टेट्स मेंतो स्टेट इलेक्शन कमीशन को यह पािर हैऔर उनको हटाना भी उतना ही मवुश्कल है। जैसा हाई कोटाके जज का इम्पीचमेंट होता ह, ैिैसेही उनको हटाया जाएगा। मैंआज कहना चाहता ह ं वक यहां अवमत शाह जी मौजूद नहीं है। िह कहां-कहां चलेजातेहैं, पता भी नहीं है। उनका नाम हैवक िह कानून लाएगं े– ‘Shri‍ Amit‍ Shah‍ to‍ move‍ that‍ the‍ Bill‍ further‍ to‍ amend…’‍अवमत शाह जी कहांह? ैं वनत्यानंद राय जी खड़ेहो जातेहै, अजय वमश्रा टेनी खड़ेहो जातेहैं। : सर, इसमेंक्या वलखा है? Which MoS are you talking about? There ‍are‍ two‍ MoS‍ sitting‍ side ‍by‍ side.‍ सर, अवमत शाह जी के साइड बाई साइड तीन अवसस्टैंट्स हैं। सर, मैंएक-दो बातेंकहकर अपनी बात समाप्त कर दूगं ा।