Lok Sabha

December 13, 2022

Aparupa Poddar spoke on The Supplementary Demands for Grants – First Batch for 2022-2023

Aparupa Poddar spoke on The Supplementary Demands for Grants – First Batch for 2022-2023

माननीय सभापित जी, मैंआपका धन्यवाद करती ह�ं और अपनीपाटीर् ऑल इं िडया तणमृ ू ल कां ग्रेस को भी धन्यवाद दे तीह�ं िक मझुेसप्लीमें टरी िडमां
ड्स फॉर ग्रां ट्स पर बोलने का मौका िदया। Including the First Budget of Supplementary Demands of Grants. The Finance Ministry has submitted a revised gross expenditure plan worth almost Rs. 4.36 lakh crore for the approval of Parliament. The revised net cash expenditure is estimated to be Rs. 3.26 lakh crore, with higher receipts and savings from existing outlays adding up to Rs. 1.1 lakh crore.
महोदया, मैंिजस िडिस्ट्रक्ट सेआती ह�ं , वह टोटली कृिष प्रधान इलाका है। वषर्2021 मेंएक ही साल मेंतीन बार बाढ़ आई थी। दगा ुर्पू जा से15 िदन पहलेभी बाढ़ आई थी। एक साल मेंतीन बार का मतलब आप समझ सकतेहैंिक वहां के िकसानों को क्या समस्याएंह�ई होंगी और वेिकन समस्याओंसेजू झेहोंगे। हमारे�े
त्र मेंऔर उस िडिस्ट्रक्ट मेंचावल और आलूक� पै दावार सबसे ज्यादा होती है। इस िहसाब सेराज्य सरकार नेनवं बर महीनेमेंकेंद्र सरकार को ढाई लाख मीिट्रक
टन खाद क� ज�रत केबारेमेंकहा था, लेिकन आलूक� खे ती करनेवालेिकसानों को ढाई लाख मीिट्रक टन क� जगहपर िसफर् 70,000 टन खाद दीगई जो िक सिफिशएटं नहीं थी।इस कारण यहां के िकसानों को काफ� समस्याएंह�ई और ं कुछ िकसानों नेदो-तीन गना ु ज्यादा दाम पर खाद खरीदी। मैंचाहती ह�ं िक माननीय िव� मं त्री जी इस तरफ ध्यान दें। महोदया, हमारेइलाके मेंएससी, एसटी और ओबीसी क� पापलुेशन ज्यादा है। िदसं बर, 2021 सेआज तक लोगों का मनरगा े के100 िदन के काम कापैसाबाक�है।ग्रामीण इकोनामी इसी चीज पर िनभर्र है। आज आम लोग बह�त समस्याओंसेगजर ु रहेहैं। माननीय िव� मं त्री जी एक मिहला हैंऔर वह महसू स कर सकती हैं। मैंचाहती ह�ं िक इस चीज को वह समझेंिक िकस पीड़ा में येलोग अपनेिदन काट रहेहैं। एजकुेशन के िलए िजतनी भी स्कॉलरिशप्स हैं, उनक� कटौती हो रही है। मौलाना आजाद फैलोिशप प्रोग्राम मेंभी कटौतीह�ईहै।वषर्2014 में6722 लोगों मेंसे700 लोगों कोहीस्कॉलरिशप दी गई है। माइनो�रटीज़ के स्टूडें ट्स क� स्कॉलरिशप मेंकटौती हो रही है, इस पर भी ध्यान दे ना चािहए। वषर्2014 मेंदो करोड़ नौक�रयां दे
नेका वादा िकया गया था, आज क� तारीख मेंसबसे बड़ी समस्या यह हैिक ऐसा नहीं ह�आ। क्यों नहीं ह�आ, इसका जवाब तो मत्री ं जी ही दें गे। आज
एम्पलायमें ट के नाम पर कां ट्रेक्चअलु लोगों को िलया जा रहा है। इससेठेकेदारों को लाभ हो रहा है जो कां ट्रेक्चअलु बेस पर नौकरी देरहेहैं। जो लोग नौकरी कर रहेहैं, न उनका पीएफ और न ही मेिडकल फेिसिलटी है। वेअपनेप�रवार को कैसेपालें गे, इसकेबारेमेंसोचना पड़े गा। It is high time the Government thought about it. महोदया, रले िवभाग मेंभी वैकेंिसयां खाली पड़ी ह�ई हैं। एम्पलाई प्रोिवडें ट फं ड मेंसे90 करोड़ �पयेऔर िदएगए, इसमें50,000 करोड़ काइन्टरस्ट हैऔर इसमेंसे11,000 करोड़ �पये दे नेमेंयूिटलाइज होतेहैंऔरबाक� जोपैसाबचाहै, वहपैसा ईपीएस-95 पेंशन स्क�म में65 लाख बेिनफशरीज़ को क्यों नहीं िदया जा सकता? एफडी का इन्टरस्ट रटे िदन-ब-िदन कम होता जा रहा है। सीिनयर िसिटजन्स, सारी िजं दगी जॉब करनेकेबाद कुछ पैसा एफडी के िलए रखना चाहतेहैं, लेिकन एफडी इन्टरस्ट रटे भी कम होता जा रहा है। आप या तो एक एमाउं ट रख दीिजए, क्योंिक इसके कम होनेसेउनको िदक्कत हो रही है। मै डम, मैंआपसेएक िमनट और लूं गी। हमारा आरामबाग जो �े त्र है, उसकेबारेमेंमैं नेपहले ही कहा िक हम लोगों नेवषर्2021 मेंतीन बार बाढ़ को फेस िकया है। पीएमजे एसवाई के जो रास्ते हैं, वेभी पानी मेंडूबेह�ए रहतेहैं। वेतो खराब होनेही हैं। खानाकुल जो पानी मेंडूबा ह�आ रहता है, वहांपरगणेशपर ु टूने तीपर ुफेरीघाट, जहां250 मीटर लकड़ी का िब्रज है, वहांपर कंक्र�ट िब्रज बनाने क� मैंिव� मं त्री जी सेमां ग करती ह�ं।मे री रले सेसं बं िधत चार मां गेंहैं। चन्दनपर ु सबवे, जयरामबाटी टूकामारपकुुर, इसकेबारेमें हमारेबीजे पी के सांसद सौिमत्र खान नेभी कहा है, यह बह�त ही ज�री है।