Lok Sabha

December 3, 2024

Azad Kirti Jha’s Zero Hour mention on the fertilizer crisis that has hit farmers hard across the country

Azad Kirti Jha’s Zero Hour mention on the fertilizer crisis that has hit farmers hard across the country

सभापजि र्ी, िीएपी की बहुि जकल्लि देश में हो रही है। रबी की फसल का समय है और िाई-अमोजनयम फॉस्फेट, र्ो चावल और आलू के जलए बहुि आवश्यक होिा है। हमारे देश में 140 करोड लोग चावल और आलू अवश्य िािे हैं। जकसानों में हाहाकार मचा हुआ है। र्गह-र्गह लाइनें लगी हुई हैं। जकसानों को िीएपी िाद नहीं जमल रही है। इस कारि से पजजलस को अलग-अलग जिजस्रब्यूशन सेंटसु पर बजलाया र्ा रहा है। देश के कोने-कोने से कालाबाज़ारी की िबरें आ रही हैं। यह पररजस्थजि गंभीर से गंभीर होिी र्ा रही है। जपछले वषु 34 लाि मीजरक टन आयाि जकया गया था और इस साल का लक्ष्य लगभग 30 मीजरक टन था, लेजकन केवल 19.7 लाि मीजरक टन आया है। इस कारि से कालाबाज़ारी बढ़ी हुई है। िाई-अमोजनयम फॉस्फेट का 25 जकलो का बैग, र्ो 1350 रुपये का जमलिा है, उसके ऊपर पांच-पांच सौ रुपये की कालाबार्ारी है। मेरा प्रश्न मंत्री र्ी से यह है। … साहब, यह जवषय िो जकसानों को ले कर है। … िीन काले कानून भी समाप्त जकए गए। … सर, मैं मज􀄥े पर बोल रहा ह ूं। … (व्यवधान) सभापजि महोदय, यह जकसानों से र्जडा हुआ मज􀄥ा है। मेरे ख्याल से पूरा सदन इस पर समथुन करिा है। हम जकसानों के साथ सौिेला व्यवहार नहीं कर सकिे हैं। मैं मंत्री र्ी से केवल यह कहना चाहिा ह ूं जक आपके मंत्रालय ने यह कहा है जक 25 जकलो का एक बैग भी र्ब कहीं जकसी जिजस्रब्यूशन सेंटर पर, जकसी जकसान को जमलिा है िो सरकार के पास उसका आंकडा आ र्ािा है। क्या सरकार के पास यह आंकडा भी आया है जक िीएपी िाद की जकल्लि है और पांच-पांच सौ रुपये प्रजि बैग की कालाबाज़ारी हो रही है? क्या हम अपने जकसानों के साथ इस प्रकार का सौिेला व्यवहार कर सकिे हैं? अभी हमारे सामने बीर्ेपी के मनीष र्ायसवाल र्ी ने आलू की बाि की है। जशव सेना के संर्य देशमजि ने जकसानों की बाि की है। समार्वादी पाटी के उत्कषु वमाु र्ी ने भी जकसानों की बाि की है। यहां पर अभी र्ो 16 सदस्य बोले हैं, उनमें से नौ लोगों ने जकसानों के बारे में बाि की है। लेजकन क्या मंत्री र्ी जकसानों के बारे में र्वाब देंगे जक िीएपी िाद की यह जकल्लि क्यों है? रबी की फसल में जर्स िीएपी की आवश्यकिा आलू और चावल के जलए है,वह केवल 19.7 लाि टन मीजरक टन क्यों मंगाया गया? … मैं सरकार से र्ानना चाह ंगा जक र्ो जकसान आर् बॉिुर पर आए हैं, उसके जलए सरकार क्या कर रही है? यह िीएपी िाद की कमी कब ित्म होगी। यह सरकार इसका र्वाब दें।